Ghost Story In Hindi 

नाई और भूत की कहानी | Barber And Ghost Story In Hindi

नाई और भूत की कहानी (Barber And Ghost Story In Hindi) इस पोस्ट में शेयर की जा रही है।

Barber And Ghost Story In Hindi

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Barber And Ghost Story In Hindi

बहुत समय पहले, एक छोटे से गाँव में रामू नाम का एक नाई रहता था। रामू अपने काम में बहुत माहिर था और गाँव के सभी लोग उससे बाल कटवाने और दाढ़ी बनवाने आते थे। रामू मेहनती था, लेकिन उसकी एक आदत थी जो उसके लिए हमेशा मुसीबत बन जाती थी—उसका घमंड। उसे अपने काम पर बहुत गर्व था, और वह दूसरों को तुच्छ समझता था।

गाँव के लोग रामू के व्यवहार से परेशान थे, लेकिन वे मजबूरी में उसके पास जाते थे क्योंकि गाँव में और कोई नाई नहीं था। रामू ने कभी किसी की मदद नहीं की, और हमेशा अपने काम को सबसे ऊपर रखा। उसे लगता था कि वह सबसे श्रेष्ठ है और किसी की जरूरत नहीं है।

एक दिन, गाँव के पास के जंगल में एक नई कहानी फैली। लोग कहने लगे कि जंगल में एक भूत है, जो राहगीरों को डराता है और उन्हें अपना शिकार बनाता है। गाँव के लोग इस खबर से डरे हुए थे और उन्होंने जंगल में जाना बंद कर दिया। लेकिन रामू को इस पर कोई विश्वास नहीं था। उसने लोगों की बातों को मजाक में लिया और कहा, “मैं भूत-वूत में विश्वास नहीं करता। ये सब बेकार की बातें हैं।”

कुछ समय बाद, रामू को एक दूर के गाँव से बुलावा आया। उसे वहाँ एक शादी के लिए लोगों के बाल काटने जाना था। रास्ते में वह जंगल से गुजरने वाला था, जहाँ लोगों ने भूत की बात की थी। लेकिन रामू को कोई डर नहीं था। वह अपनी नाई के औजार लेकर चल पड़ा।

जंगल के बीचों-बीच पहुँचने पर अचानक मौसम बदल गया। चारों ओर अंधेरा छा गया और हवाएँ तेज़ चलने लगीं। रामू को थोड़ी घबराहट होने लगी, लेकिन उसने खुद को संभाला और कहा, “ये सब मेरी कल्पना है। मुझे डरने की कोई जरूरत नहीं।”

जैसे ही वह आगे बढ़ा, अचानक एक साया उसके सामने आ गया। रामू ने देखा कि उसके सामने एक आदमी खड़ा था, जिसका चेहरा बिल्कुल सफेद था और आँखें गहरी और डरावनी थीं। रामू के शरीर में सिहरन दौड़ गई। उसने सोचा कि यह शायद वही भूत है जिसके बारे में लोग बात करते थे।

भूत ने गहरी आवाज में कहा, “तुम कौन हो और इस जंगल में क्या कर रहे हो?”

रामू ने डरते हुए जवाब दिया, “मैं रामू हूँ, गाँव का नाई। मैं पास के गाँव में शादी के लिए जा रहा हूँ।”

भूत ने हँसते हुए कहा, “तुम्हें पता है कि इस जंगल में आना खतरे से खाली नहीं है? यहाँ से बहुत कम लोग वापस जाते हैं।”

रामू ने डरते हुए कहा, “मुझे माफ कर दो। मैं यहाँ से जल्द ही चला जाऊँगा।”

भूत ने कहा, “तुम्हें जाने दूँगा, लेकिन पहले मुझे तुम्हारी मदद चाहिए।”

रामू ने सोचा, “अगर मैंने इसकी मदद कर दी, तो शायद यह मुझे जाने दे।” उसने कहा, “बोलो, तुम्हें क्या चाहिए?”

भूत ने अपने लंबे और उलझे बालों की ओर इशारा करते हुए कहा, “मेरे बाल बहुत बड़े हो गए हैं। इन्हें काट दो।”

रामू ने थोड़ी हिम्मत जुटाई और अपने औजार निकाल कर भूत के बाल काटने लगा। भूत बहुत धैर्य से बैठा रहा, और रामू अपने काम में पूरी तरह से लग गया। लेकिन जैसे ही उसने बाल काटने शुरू किए, उसे महसूस हुआ कि भूत के बाल कुछ अलग हैं। बाल काटते ही वे तुरंत वापस उसी आकार में आ जाते थे। रामू ने कई बार कोशिश की, लेकिन हर बार वही हुआ।

रामू अब पसीने से तर-बतर हो गया। उसने कहा, “यह तो नामुमकिन है! आपके बाल तो कट ही नहीं रहे।”

भूत ने मुस्कुराते हुए कहा, “यही तो तुम्हारे घमंड का फल है। तुम खुद को सबसे बड़ा नाई समझते थे, लेकिन यहाँ तुम्हारी कला बेकार हो गई।”

रामू ने समझा कि भूत उसे उसकी गलती का एहसास करवा रहा है। उसने भूत से माफी माँगी और कहा, “मुझे माफ कर दो। मैं अब से घमंडी नहीं बनूँगा और सबकी मदद करूँगा।”

भूत ने रामू की बात सुनी और कहा, “तुम्हें अपनी गलती का एहसास हो गया है, यह अच्छी बात है। लेकिन याद रखना, घमंड हमेशा इंसान को नीचे गिराता है। अगर तुम सच में सुधारना चाहते हो, तो गाँव लौटकर अपने घमंड को छोड़ दो और लोगों की मदद करो।”

रामू ने भूत से वादा किया कि वह अब से ऐसा ही करेगा। भूत ने रामू को जाने दिया, और रामू तेजी से गाँव की ओर लौट आया। गाँव पहुँचने पर रामू ने अपने वादे को निभाया। उसने न केवल अपने ग्राहकों के साथ विनम्रता से पेश आना शुरू किया, बल्कि गरीबों और जरूरतमंदों के बाल भी मुफ्त में काटने लगा। उसकी इस बदली हुई आदत से गाँव के लोग बहुत खुश हुए और रामू को अब सभी प्यार और सम्मान देने लगे।

समय बीतता गया और रामू ने अपने काम में नए आयाम स्थापित किए। अब वह पहले जैसा घमंडी नहीं रहा, बल्कि लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली। उसके जीवन में बदलाव आया और वह समझ गया कि सच्ची सफलता तभी मिलती है जब इंसान विनम्र और दूसरों की मदद के लिए तैयार रहता है।

इस प्रकार, रामू की कहानी ने गाँव के अन्य लोगों को भी यह सिखाया कि घमंड इंसान को कहीं का नहीं छोड़ता और विनम्रता ही इंसान की सबसे बड़ी ताकत होती है। जीवन में सच्ची खुशी और संतोष पाने के लिए हमें अपने घमंड को त्याग कर दूसरों की सेवा करनी चाहिए। 

सीख

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि घमंड कभी भी अच्छा नहीं होता। जब हम अपने काम पर गर्व करने लगते हैं और दूसरों को छोटा समझते हैं, तो हमें वही परिणाम मिलता है जो रामू को मिला। विनम्रता और दूसरों की मदद करना ही हमें सच्ची सफलता और सम्मान दिला सकता है।

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