Gyanvardhak Kahaniyan

बुद्धिमान साधु और तोता की कहानी | Buddhiman Sadhu Aur Tota Ki Kahani

बुद्धिमान साधु और तोता की कहानी (Buddhiman Sadhu Aur Tota Ki Kahani) कहानियाँ न केवल मनोरंजन का साधन होती हैं, बल्कि वे हमें जीवन के गहरे सबक भी सिखाती हैं। “बुद्धिमान साधु और तोता” की यह कहानी हमें सिखाती है कि बुद्धिमानी, धैर्य और सही निर्णय ही हमारे जीवन को साकारात्मक दिशा में ले जा सकते हैं। 

Buddhiman Sadhu Aur Tota Ki Kahani

Table of Contents

Buddhiman Sadhu Aur Tota Ki Kahani

बहुत समय पहले एक घने जंगल के किनारे एक साधु की कुटिया थी। साधु अपनी सादगी और ज्ञान के लिए प्रसिद्ध था। दूर-दूर से लोग अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए उसके पास आते। 

साधु के पास एक पालतू तोता भी था। वह तोता साधु का प्रिय साथी था और दिनभर उससे बातें करता रहता। साधु ने तोते को कई ज्ञान की बातें सिखाई थीं। तोता जंगल में उड़कर जाता और दूसरे पक्षियों को भी वह बातें बताता।  

तोता साधु की तरह बहुत समझदार बन चुका था। एक दिन तोता जंगल में घूम रहा था, तभी उसने कुछ शिकारी पक्षियों को जाल बिछाते देखा। शिकारी कह रहे थे, “इस जाल में जो पक्षी फंसेगा, वह हमारे लिए अच्छा भोजन बनेगा।”

तोता यह सुनकर चिंतित हो गया। उसने जल्दी से साधु के पास जाकर बताया, “गुरुदेव, जंगल में शिकारी जाल बिछा रहे हैं। हमें कुछ करना चाहिए।”

साधु मुस्कुराए और बोले, “प्यारे तोते, हम अपने ज्ञान और बुद्धि से ही समस्या का हल निकाल सकते हैं।”

तोता जंगल में गया और सभी पक्षियों को इकट्ठा किया। उसने उन्हें शिकारी के जाल के बारे में बताया। लेकिन कुछ पक्षी उसकी बात पर विश्वास नहीं कर रहे थे। उन्होंने कहा, “तुम क्यों हमें डराने की कोशिश कर रहे हो? जाल तो हर जगह होते हैं। हम जैसे हैं वैसे ही रहेंगे।”

तोता ने धैर्यपूर्वक उन्हें समझाया, “अगर हम एकजुट होकर काम करेंगे, तो जाल से बच सकते हैं।”

अगले दिन शिकारी ने जाल बिछाया। कुछ पक्षी लापरवाही में जाल में फंस गए। शिकारी को देखकर वे घबरा गए। तोता वहां पहुंचा और उन पक्षियों से कहा, “डरो मत। अगर हम सभी एक साथ प्रयास करें, तो इस जाल को लेकर उड़ सकते हैं।”

पक्षियों ने उसकी बात मानी। सबने अपनी ताकत लगाई और जाल को उठाकर जंगल के उस हिस्से में ले गए, जहां शिकारी नहीं आ सकते थे।  

शिकारी ने देखा कि उसका जाल खाली हो गया और पक्षी बुद्धिमानी से बच निकले। उसने सोचा, “मुझे अपने तरीके बदलने होंगे।”

तोता वापस साधु के पास गया और पूरी कहानी सुनाई। साधु ने कहा, “बेटा, तुम्हारी बुद्धिमानी और एकता का गुण सभी के लिए एक सीख है।”

तोते ने जंगल में हर जगह जाकर यह कहानी सुनाई। उसने पक्षियों को समझाया कि मिलजुलकर और समझदारी से काम करने पर बड़ी से बड़ी समस्या को भी हल किया जा सकता है।  

सीख

यह कहानी हमें सिखाती है कि:

1. बुद्धिमानी और धैर्य: कठिन परिस्थितियों में सही सोच और धैर्य से ही समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।  

2. एकता की शक्ति: मिलजुलकर काम करने से बड़ी समस्याएं हल की जा सकती हैं।  

3. सही मार्गदर्शन: सही मार्गदर्शक के साथ, जीवन की कठिनाइयों को पार करना आसान हो जाता है।  

इस कहानी का मुख्य संदेश यही है कि अपने ज्ञान और एकता से किसी भी मुश्किल को हराया जा सकता है।

Instagram follow button बुद्धिमान साधु और तोता की कहानी | Buddhiman Sadhu Aur Tota Ki Kahani

More Stories:

बुरी सोच का बुरा नतीजा कहानी

साधु और ठग की कहानी 

तीन साधुओं की कहानी 

सूरजमुखी और चिड़िया की कहानी

ईमानदार लकड़हारा की कहानी 

Leave a Comment