चींटी और चिड़िया की कहानी (Chinti Aur Chidiya Ki Kahani) The Ant And The Bird Story In Hindi इस पोस्ट में शेयर कर रहे हैं।
Chinti Aur Chidiya Ki Kahani
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एक घने जंगल में एक विशाल पेड़ पर एक चिड़िया का घोंसला था। उस घोंसले में चिड़िया और उसके बच्चे रहते थे। एक दिन, चिड़िया भोजन की तलाश में उड़ी। उसी पेड़ के नीचे चींटियों का एक दल मेहनत से भोजन इकट्ठा कर रहा था।
चिड़िया उड़ते हुए थक गई और पेड़ की एक डाल पर बैठ गई। उसने देखा कि चींटियां बहुत मेहनत से काम कर रही हैं। चिड़िया ने सोचा, “काश मैं भी उतनी ही मेहनती होती!”
तभी एक चींटी, जो भारी भोजन का टुकड़ा उठाकर ले जा रही थी, उसका पैर फिसल गया और वह भोजन का टुकड़ा गिराकर नीचे गिर गई। चींटी बहुत रोने लगी।
यह देखकर चिड़िया को उस पर दया आ गई। उसने तुरंत नीचे उड़कर भोजन का टुकड़ा उठाया और चींटी को दे दिया। चींटी बहुत खुश हुई और उसने चिड़िया का धन्यवाद किया।
कुछ दिनों बाद, एक शिकारी जंगल में आया। उसने चिड़िया के घोंसले को देखा और उसमें से बच्चों को चुराने की कोशिश करने लगा। चिड़िया घबरा गई और शिकारी से अपने बच्चों को बचाने के लिए रोने लगी।
उसी समय चींटियों का दल वहां पहुंच गया। उन्होंने देखा कि शिकारी चिड़िया के बच्चों को चुराने की कोशिश कर रहा है। चींटियों ने मिलकर शिकारी पर हमला कर दिया। शिकारी चींटियों के काटने से घबरा गया और भाग गया।
चिड़िया ने चींटियों का धन्यवाद किया और कहा, “आज तुमने मेरे बच्चों की जान बचाकर मेरा जीवन बचा लिया है। मैं तुम्हारी मदद के लिए कभी नहीं भूलूंगी।”
सीख
- मेहनत और मदद से हमेशा फायदा होता है। चींटी ने भले ही छोटा काम किया था, लेकिन उसकी मदद से चिड़िया की जान बच गई।
- मेहनत करने वालों की हमेशा जीत होती है।
- दूसरों की मदद करने से हमें खुशी मिलती है।
- छोटा काम भी बड़ा बदलाव ला सकता है।
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