गिद्ध और चिड़िया की कहानी | Eagle And Bird Story In Hindi
लोककथाओं में अक्सर जानवरों के माध्यम से इंसानी स्वभाव और जीवन की सच्चाइयाँ सरल भाषा में समझाई जाती हैं। यह कहानी गिद्ध और चिड़िया की है, जिसमें हमें यह सिखाया गया है कि स्वार्थी और धोखेबाज का अंत बुरा होता है, और अंधविश्वास करने वाला हमेशा पछताता है।
Eagle And Bird Story In Hindi
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एक समय की बात है, एक बड़ा और पुराना पीपल का पेड़ था, जिसकी घनी शाखाओं में अनेक पक्षी रहते थे। उन्हीं में से एक था एक गिद्ध, जो अब बूढ़ा और थका हुआ था। शिकार करना उसके लिए कठिन हो गया था। रोज़ पेट भरने के लिए दूर उड़ना और भोजन ढूँढना उसके बस से बाहर हो गया।
एक दिन उस पेड़ पर एक चिड़िया और उसका परिवार भी रहने आया। वह गिद्ध को देखकर बोली, “गिद्धराज, क्या हम आपके पेड़ पर घोंसला बना सकते हैं?”
गिद्ध ने चालाकी से सोचा, “क्यों न मैं इनसे दोस्ती करूँ और फिर मौका पाकर इनकी मदद से भोजन पा लूँ?” वह बोला, “बिलकुल, मेरी जिम्मेदारी होगी कि तुम्हारे बच्चों की रक्षा करूँगा। बदले में, तुम मुझे कभी-कभी खाने को कुछ दे देना।”
चिड़िया ने उसे वृद्ध समझकर उस पर विश्वास कर लिया। धीरे-धीरे दोनों परिवार साथ रहने लगे। चिड़िया रोज़ अपने बच्चों के लिए भोजन लाती और गिद्ध को भी फल-फूल दे देती।
लेकिन गिद्ध का स्वभाव लालची हो गया। उसे फल-फूल से संतोष नहीं होता था। एक दिन उसने सोचा—”इतने छोटे-छोटे बच्चों को चिड़िया छोड़कर जाती है, क्यों न मैं ही इन्हें खा जाऊँ?”
और ऐसा ही हुआ। जब चिड़िया अपने भोजन की तलाश में गई, गिद्ध ने मौका देखकर एक बच्चे को खा लिया। शाम को चिड़िया लौटी, बच्चा नहीं मिला। उसे लगा शायद कोई शिकारी पक्षी ले गया।
अगले दिन फिर गिद्ध ने वही किया। अब चिड़िया को संदेह हुआ। उसने एक दिन उड़ने का बहाना किया और छिपकर देखने लगी। गिद्ध ने फिर एक बच्चे को दबोच लिया। चिड़िया गुस्से में लाल हो गई और अन्य पक्षियों को बुला लाई। सबने मिलकर गिद्ध को पकड़ लिया।
गिद्ध ने अपराध स्वीकार कर लिया। सभी पक्षियों ने उसे उस पेड़ से भगा दिया। अब गिद्ध अकेला, भूखा और पछताता हुआ उड़ता रहा। कोई उसकी मदद नहीं करता। अंततः वह दुख और भूख से मर गया।
सीख:
1. स्वार्थी और धोखेबाज का अंत दुखद होता है।
2. अंधविश्वास से बचो, हर किसी पर आँख मूंदकर भरोसा मत करो।
3. लोभ व्यक्ति को पतन की ओर ले जाता है।
4. सच्चा मित्र वही होता है जो ईमानदार हो।
इस कहानी में गिद्ध का लोभ और विश्वासघात उसके विनाश का कारण बना। यह हमें सिखाता है कि दूसरों की दया का दुरुपयोग करना और छल करना अंततः स्वयं के लिए संकट बनता है। साथ ही, किसी पर भरोसा करने से पहले उसकी प्रकृति को समझना चाहिए।
आशा है आपको Giddh Aur Chidiya Ki Kahani पसंद आई होगी।
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