Moral Story In Hindi

गरीब बेटी की शादी कहानी | Garib Beti Ki Shadi Kahani

गरीब बेटी की शादी कहानी (Garib Beti Ki Shadi Kahani) समाज में आर्थिक विषमता कई चुनौतियां लेकर आती है। ऐसी स्थिति में गरीब परिवारों की बेटियों की शादी एक बड़ा प्रश्न बन जाती है। यह कहानी एक ऐसे परिवार की है, जिनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी, लेकिन उनकी बेटी के लिए वे बड़े सपने देखते थे। इस कहानी में न केवल सामाजिक भेदभाव और चुनौतियों का जिक्र है, बल्कि यह भी दिखाया गया है कि सच्चाई और परिश्रम से हर मुश्किल का समाधान हो सकता है।  

Garib Beti Ki Shadi Kahani

Table of Contents

Garib Beti Ki Shadi Kahani

गांव के कोने में एक पुराना मिट्टी का घर था। उसी घर में रामलाल अपनी पत्नी सरिता और बेटी गीता के साथ रहता था। रामलाल एक गरीब किसान था, जो दिन-रात मेहनत करता था। गीता उसकी इकलौती बेटी थी। गीता बेहद खूबसूरत और समझदार थी। वह पढ़ाई में होशियार थी, लेकिन उसकी पढ़ाई छूट चुकी थी, क्योंकि परिवार के पास स्कूल की फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे।  

रामलाल और सरिता ने गीता की शादी के बारे में सोचना शुरू कर दिया था। गीता की उम्र 20 साल हो चुकी थी, और गांव में लोग अब बातें करने लगे थे।

“रामलाल, तुम्हारी बेटी बड़ी हो गई है, शादी कब करोगे?” एक दिन उनके पड़ोसी ने तंज कसते हुए पूछा। रामलाल ने सिर झुका लिया। उनके पास बेटी की शादी के लिए पैसे नहीं थे।  

सरिता ने पति से कहा, “हम गहने बेच देंगे या खेत गिरवी रख देंगे, लेकिन गीता की शादी अच्छे घर में करनी है।” रामलाल ने सहमति जताई, लेकिन वह भीतर से टूट चुका था।  

एक दिन रामलाल गांव के बाजार में बैठा हुआ था, जब एक अनजान व्यक्ति वहां आया। उसने रामलाल से बात शुरू की और बताया कि वह गांव के पास के शहर से आया है। वह व्यक्ति विनीत नाम का था और पेशे से शिक्षक था। उसकी उम्र लगभग 30 साल थी, और वह लोगों की मदद करने में विश्वास रखता था। उसने रामलाल से पूछा, “तुम इतने चिंतित क्यों दिख रहे हो?”  

रामलाल ने उसे अपनी समस्याएं बताईं। विनीत ने रामलाल की मदद करने का वादा किया। उसने कहा, “मैं आपकी बेटी को पढ़ने में मदद करूंगा, और साथ ही उसकी शादी में भी मदद करूंगा। लेकिन मेरी एक शर्त है। गीता को पहले आत्मनिर्भर बनाना होगा।”  

रामलाल और सरिता को यह बात अजीब लगी। वे चाहते थे कि गीता की शादी जल्दी हो, लेकिन गीता ने कहा, “पिता जी! मैं पढ़ाई करना चाहती हूं। मुझे विनीत जी की बात सही लगती है।”  

विनीत ने गीता को गांव के सरकारी स्कूल में फिर से दाखिला दिलवाया और उसे मुफ्त में पढ़ाने लगा। गीता ने दिन-रात मेहनत की और अपनी पढ़ाई पूरी की। उसने सिलाई-कढ़ाई का भी काम सीखा और धीरे-धीरे गांव में अपनी पहचान बना ली। लोग अब उसकी तारीफ करने लगे थे।  

इसी दौरान, एक दिन गांव के प्रधान ने रामलाल से कहा, “रामलाल, गीता अब पढ़ी-लिखी है और अपने पैरों पर खड़ी है। उसके लिए एक अच्छा रिश्ता आया है। लड़का शहर में इंजीनियर है और परिवार भी अच्छा है।”  

रामलाल और सरिता ने खुशी-खुशी रिश्ते के लिए हामी भर दी। गीता की शादी की तैयारियां शुरू हो गईं।  

शादी के एक दिन पहले विनीत गांव आया और उसने रामलाल से कहा, “मुझे आपसे कुछ जरूरी बात करनी है।” विनीत ने बताया कि जिस लड़के से गीता की शादी हो रही है, वह लड़का स्वार्थी और लालची है। उसने कहा, “उसने आपकी बेटी से शादी के बदले दहेज की मांग की है। मैं चाहता हूं कि आप इस शादी के बारे में फिर से सोचें।”  

रामलाल और सरिता के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने तुरंत गीता से बात की। गीता ने कहा, “पिता जी, हम किसी लालची इंसान के साथ रिश्ता नहीं जोड़ सकते। मैं आत्मनिर्भर हूं, और मैं अपने लिए सही निर्णय ले सकती हूं।”  

गीता ने साहसिक फैसला लिया और शादी से मना कर दिया। यह खबर पूरे गांव में फैल गई। लोग रामलाल के फैसले की आलोचना करने लगे, लेकिन गीता अपने फैसले पर अडिग रही।  

कुछ महीनों बाद, विनीत ने गीता से अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उसने कहा, “मैंने हमेशा तुम्हारे आत्मविश्वास और साहस की सराहना की है। अगर तुम सहमत हो, तो मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं।”  

गीता ने विनम्रता से कहा, “मुझे आपकी बातों पर हमेशा भरोसा रहा है। मैं आपका प्रस्ताव स्वीकार करती हूं।”  

गांव में यह शादी बड़े उत्साह के साथ हुई। गीता और विनीत की शादी ने यह साबित कर दिया कि सच्चे रिश्ते पैसे या दहेज पर निर्भर नहीं होते।  

सीख

यह कहानी हमें सिखाती है कि आत्मनिर्भरता और सही फैसले लेने की क्षमता सबसे बड़ी ताकत होती है। आर्थिक तंगी चाहे जितनी भी हो, ईमानदारी और साहस से हर चुनौती का सामना किया जा सकता है। शादी का फैसला जल्दबाजी में नहीं, बल्कि सोच-समझकर करना चाहिए।  

गीता की कहानी हर उस बेटी के लिए प्रेरणा है, जो समाज के दबाव में झुकने के बजाय अपने सपनों को पूरा करना चाहती है।  

Instagram follow button गरीब बेटी की शादी कहानी | Garib Beti Ki Shadi Kahani

गरीब राजा की कहानी 

गरीब मछुआरा की कहानी 

अमीर गरीब की कहानी 

अमीर लड़की गरीब लड़का की कहानी 

Leave a Comment