Aesop's Fables In Hindi Motivational Story In Hindi

लार्क और उसके बच्चे ईसप की कहानी | The Lark And Her Young Ones Aesop’s Fable In Hindi 

लार्क और उसके बच्चे ईसप की कहानी (The Lark And Her Young Ones Aesops Fable In Hindi) एक प्रेरक कहानी है, जो आत्मनिर्भरता और समय की अहमियत को दर्शाती है।

The Lark And Her Young Ones Aesops Fable

The Lark And Her Young Ones Aesops Fable In Hindi 

एक समय की बात है, एक छोटी सी लार्क अपने बच्चों के साथ एक हरे-भरे खेत में अपना घोंसला बना रही थी। यह खेत हल्के-हल्के अंकुरित हो रहे गेहूं के पौधों से भरा हुआ था। लार्क का घर खेत के बीचों-बीच था और वह अपने बच्चों को अपने पंखों से सहारा दे रही थी। जैसे-जैसे दिन गुजरते गए, गेहूं के पौधे लम्बे और मज़बूत होते गए और लार्क के बच्चे भी धीरे-धीरे बड़े होने लगे।

समय बीतते-बीतते, गेहूं के पौधे सुनहरे रंग के होने लगे और हल्की-हल्की हवा में उनका झूमना एक प्यारी सी आवाज़ पैदा करता था। इसी समय, एक दिन, किसान और उसका बेटा खेत में आए। किसान ने गेहूं के पौधों को देखा और कहा, “यह गेहूं अब पक चुका है। हमें इसे काटने के लिए अपने दोस्तों और पड़ोसियों को बुलाना होगा।”

लार्क के बच्चों ने यह बात सुनी और डर गए। उन्हें यह समझ में आ गया कि यदि वे अभी अपने घोंसले से नहीं उड़ गए, तो उनके लिए खतरा हो सकता है। वे अपने माता-पिता से मिले और घबराए हुए कहा, “माँ, किसान और उसके बेटे ने कहा कि वे अपने दोस्तों को बुलाएंगे और जल्दी ही गेहूं काटने का काम शुरू कर देंगे। अगर हम अभी नहीं उड़ें, तो हम संकट में पड़ सकते हैं।”

माँ लार्क ने अपने बच्चों को शांत किया और कहा, “डरो मत बच्चों। जब किसान कहता है कि वह अपने दोस्तों को बुलाएगा, तो इसका मतलब है कि गेहूं की कटाई में कुछ समय लगेगा। वह काम जल्दी नहीं करेगा, क्योंकि उसे दूसरों की मदद चाहिए होगी।”

माँ लार्क के शब्दों से बच्चों को थोड़ी राहत मिली, लेकिन वे फिर भी डरे हुए थे। समय बीतता गया, और गेहूं और भी पककर सुनहरा हो गया। एक दिन, जब हवा से गेहूं के दाने झूमकर गिरने लगे, किसान ने फिर कहा, “अगर हम अब इस गेहूं को काटने का काम नहीं शुरू करते, तो आधा फसल बर्बाद हो जाएगा। हमें अब अपने दोस्तों की मदद का इंतजार नहीं करना चाहिए। कल से हम खुद ही काम शुरू करेंगे।”

लार्क के बच्चों ने यह सुना और फिर अपनी माँ से कहा, “माँ, अब तो किसान ने अपने दोस्तों को बुलाने का विचार छोड़ दिया है। वह अब खुद ही काम करने का निर्णय ले चुका है।”

माँ लार्क ने गंभीर स्वर में कहा, “अब हमें तुरंत उड़कर इस घोंसले से बाहर निकल जाना चाहिए। जब कोई व्यक्ति अपनी मेहनत खुद करने का निर्णय लेता है, तो समय की कोई रुकावट नहीं होती। उसे किसी और से मदद की उम्मीद नहीं होती। अब देरी नहीं हो सकती, हमें आज ही उड़कर कहीं और जाना होगा।”

माँ लार्क के आदेश पर, लार्क के बच्चों ने पंखों को फैलाया और उन्हें अपनी उड़ान के लिए तैयार किया। सभी ने अपनी माँ से एक आखिरी बार देखा और फिर उस दिन शाम को बहुत हलचल मचाई, पंखों को फड़फड़ाते हुए वे नए घर की ओर उड़ गए। अगले दिन जब किसान और उसका बेटा गेहूं काटने के लिए आए, तो उन्हें खाली घोंसला मिला। लार्क के बच्चे अब सुरक्षित उड़ चुके थे।

सीख (Moral Of The Story)

यह कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में हमें किसी भी काम को टालने की बजाय उसे तुरंत और आत्मनिर्भर तरीके से करना चाहिए। माँ लार्क ने यह समझाया कि अगर किसी व्यक्ति का मन अपने काम को खुद करने का हो, तो वह समय की रुकावटों से नहीं डरता। किसान ने पहले अपने दोस्तों की मदद लेने का सोचा, लेकिन जब उसे एहसास हुआ कि अगर वह काम अब नहीं करेगा तो फसल बर्बाद हो जाएगी, तो उसने खुद काम करने का निर्णय लिया।

यह कहानी आत्मनिर्भरता की महत्वपूर्णता को भी दर्शाती है। अगर हम किसी काम में दूसरों की मदद के भरोसे बैठें रहेंगे, तो वह काम कभी पूरा नहीं होगा। माँ लार्क ने यह समझा कि अगर उसने समय पर बच्चों को चेतावनी नहीं दी होती, तो वे मुश्किल में पड़ सकते थे। इस तरह, हमें जीवन में खुद पर विश्वास करना चाहिए और किसी काम को समय पर, बिना किसी की मदद की उम्मीद किए, खुद पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।

कभी-कभी हमें दूसरों की मदद की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें खुद पर और अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखना चाहिए। अगर हम अपने काम को खुद करने का निर्णय लेते हैं, तो कोई भी रुकावट हमारे रास्ते में नहीं आएगी। “आत्मनिर्भरता” वही शक्ति है जो हमें हमारे जीवन की कठिनाइयों को पार करने में मदद करती है।

यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि दूसरों पर निर्भर रहकर हम सिर्फ समय गंवाते हैं और परिणामस्वरूप हम अपने लक्ष्य से दूर हो सकते हैं। जैसे माँ लार्क ने बच्चों को सही समय पर उड़ने की सलाह दी, वैसे ही हमें भी अपने जीवन के निर्णयों में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, बल्कि आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना चाहिए ताकि हम अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें।

सुझाव: शिक्षाप्रद कहानियों की किताब प्रिंट में खरीदें (अमेज़न पर उपलब्ध)

Follow Us On Instagram:

Instagram follow button लार्क और उसके बच्चे ईसप की कहानी | The Lark And Her Young Ones Aesop's Fable In Hindi 

उम्मीद है आपको Lark Aur Kisan Ki Kahani In Hindi   पसंद आई होगी। अन्य कहानियां पढ़ें : 

Leave a Comment