मार्मिक लघु कथा (Marmik Laghu Katha) इस पोस्ट में शेयर की जा रही है।
Marmik Laghu Katha
Table of Contents
एक छोटे से गाँव में एक पुराना बरगद का पेड़ था। गाँव के लोग इसे अपना देवता मानते थे। पेड़ की छाया में बैठकर बच्चे खेलते थे, बुजुर्ग बातें करते थे और प्रेमी मंत्रमुग्ध होकर एक-दूसरे को निहारते थे। पेड़ की शाखाएँ इतनी फैली हुई थीं कि मानो वह गाँव को अपनी बाहों में समेटे हुए हो।
लेकिन समय का पहिया हमेशा चलता रहता है। बरगद का पेड़ अब बुढ़ा हो गया था। उसकी शाखाएँ सूखने लगी थीं और पत्तियाँ गिरने लगी थीं। गाँव के लोग चिंतित थे। वे नहीं चाहते थे कि उनका प्यारा पेड़ मरे।
एक दिन, गाँव के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा, “इस पेड़ को बचाने के लिए हमें कुछ करना होगा।” सभी गाँव वाले इस बात से सहमत हो गए। उन्होंने पेड़ के चारों ओर एक मंदिर बनवाया और हर रोज पूजा करने लगे। लेकिन पेड़ की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ।
एक छोटी सी लड़की, जिसका नाम आँचल था, पेड़ को देखकर बहुत दुखी होती थी। वह रोजाना पेड़ के नीचे बैठकर रोती थी। एक दिन, उसने अपने दादा से पूछा, “दादा जी, क्या पेड़ कभी ठीक हो जाएगा?”
दादा जी ने आँचल को गोद में लेकर कहा, “बेटा, हर चीज का अंत होता है। पेड़ भी एक दिन मर जाएगा। लेकिन हमें दुखी नहीं होना चाहिए। हमें पेड़ से सीखना चाहिए कि जीवन और मृत्यु दोनों ही प्रकृति का नियम हैं।”
आँचल ने अपने दादा की बातों को ध्यान से सुना। उसने फैसला किया कि वह पेड़ को कभी नहीं भूलेगी। उसने पेड़ की एक पत्ती तोड़ी और उसे अपनी डायरी में दबा लिया।
कुछ दिन बाद बरगद का पेड़ पूरी तरह से सूख गया। गाँव के लोगों ने पेड़ को बहुत याद किया। उन्होंने पेड़ के नीचे एक स्मारक बनाया और हर साल उसकी पूजा करने लगे।
आँचल बड़ी हो गई। वह एक लेखिका बन गई। उसने कई कहानियाँ लिखीं, लेकिन उसकी सबसे पसंदीदा कहानी बरगद के पेड़ की थी। वह कहानी को बार-बार पढ़ती थी और पेड़ को याद करती थी।
एक दिन आँचल अपनी डायरी को पढ़ रही थी। तभी उसे वह सूखी पत्ती मिली जो उसने पेड़ से तोड़ी थी। उसने पत्ती को ध्यान से देखा और मुस्कुराई। उसे लगा कि पेड़ अभी भी उसके साथ है।
कहानी का सार:
यह कहानी हमें जीवन और मृत्यु के बारे में बताती है। यह हमें सिखाती है कि हर चीज का अंत होता है, लेकिन हमें दुखी नहीं होना चाहिए। हमें अपने अतीत की यादों को संजोकर रखना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए।
कहानी में छिपे प्रतीक:
बरगद का पेड़: पेड़ जीवन, बुढ़ापा और मृत्यु का प्रतीक है।
आँचल: आँचल निश्चलता और स्मृति का प्रतीक है।
सूखी पत्ती: सूखी पत्ती अतीत का प्रतीक है।
कहानी से सीख:
- जीवन अनश्वर नहीं है।
- हमें अपने अतीत को याद रखना चाहिए।
- हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए।
- हमें जीवन के उतार-चढ़ाव को स्वीकार करना चाहिए।
यह कहानी हमें याद दिलाती है कि जीवन एक यात्रा है और हमें इस यात्रा का आनंद लेना चाहिए।