अमीर आदमी और लाजर का दृष्टांत (The Parable Of The Rich Man and Lazarus In Hindi Bible)
पवित्र बाइबल में कई दृष्टांत हैं, जो नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षाएं प्रदान करते हैं। इनमें से एक प्रसिद्ध दृष्टांत “अमीर आदमी और लाजर” का है, जो ईसा मसीह द्वारा बताया गया था। यह दृष्टांत जीवन के आध्यात्मिक पक्ष, सांसारिक संपत्तियों के प्रति हमारे दृष्टिकोण और मरने के बाद के जीवन पर प्रकाश डालता है।
The Parable Of The Rich Man and Lazarus In Hindi
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एक बार की बात है, एक अमीर आदमी था, जो अत्यंत धनी और भव्य जीवन जीता था। वह हर दिन बेशकीमती वस्त्र पहनता और शाही भोज का आनंद लेता था। उसका जीवन सुख-सुविधाओं और भौतिक संपत्ति से भरा हुआ था।
दूसरी ओर, एक गरीब आदमी लाजर था, जो उस अमीर आदमी के घर के बाहर पड़ा रहता था। लाजर बहुत ही दरिद्र था और उसका शरीर घावों से भर गया था। वह इतना असहाय था कि अपने घाव चाटने के लिए कुत्तों पर निर्भर रहता था। उसे केवल टुकड़ों में बचा हुआ भोजन मिलता था, जो अमीर आदमी की मेज से गिरता था। फिर भी, लाजर की आत्मा विश्वास और विनम्रता से भरी हुई थी।
कुछ समय बाद, लाजर की मृत्यु हो गई। उसे स्वर्गदूतों ने उठाकर अब्राहम की गोद में पहुंचा दिया। यह प्रतीक था कि लाजर को स्वर्ग में शांति और सम्मान मिला।
इसके बाद, अमीर आदमी भी मरा। लेकिन उसकी आत्मा नर्क में चली गई, जहां उसे भयंकर पीड़ा का सामना करना पड़ा। नर्क की जलती हुई आग में, वह दर्द से कराह रहा था। अमीर आदमी ने अपनी आंखें उठाईं और दूर से लाजर को अब्राहम की गोद में देखा।
अमीर आदमी ने अब्राहम को पुकारा, “हे पिता अब्राहम, कृपा करके लाजर को मेरे पास भेजें, ताकि वह अपनी उंगली पानी में भिगोकर मेरी जीभ को ठंडक पहुंचा सके, क्योंकि मैं इस आग में तड़प रहा हूं।”
अब्राहम ने उत्तर दिया, “पुत्र, याद करो कि तुमने अपने जीवन में सुख-सुविधाएं भोगीं, जबकि लाजर ने केवल दुख झेले। अब वह यहां सांत्वना पा रहा है और तुम पीड़ा में हो। इसके अलावा, हमारे और तुम्हारे बीच एक बड़ा खाई है, जिसे कोई पार नहीं कर सकता।”
अमीर आदमी ने फिर कहा, “हे पिता, कृपया लाजर को मेरे परिवार के पास भेजें। मेरे पांच भाई हैं, और मैं नहीं चाहता कि वे भी इस पीड़ा में आएं। उन्हें चेतावनी देना जरूरी है।”
अब्राहम ने उत्तर दिया, “उन्हें मूसा और नबियों की शिक्षाएं उपलब्ध हैं; वे उन्हें सुन सकते हैं।”
अमीर आदमी ने जोर देकर कहा, “नहीं, पिता अब्राहम! यदि कोई मृतकों में से उठकर उनके पास जाए, तो वे पश्चाताप करेंगे।”
अब्राहम ने उत्तर दिया, “यदि वे मूसा और नबियों की बात नहीं सुनते, तो चाहे कोई मृतकों में से उठकर आ जाए, वे तब भी विश्वास नहीं करेंगे।”
सीख
1. धन का सही उपयोग : इस दृष्टांत से सिखाया गया है कि धन केवल सांसारिक वस्तु है। इसका उपयोग दूसरों की सेवा और ईश्वर की इच्छा के अनुसार होना चाहिए। धन को गलत तरीके से उपयोग करना आत्मा को नुकसान पहुंचा सकता है।
2. पश्चाताप का महत्व : जीवन में गलतियों के लिए पश्चाताप करना जरूरी है। मृत्यु के बाद पश्चाताप का कोई लाभ नहीं है, इसलिए यह जीवन में ही करना चाहिए।
3. न्याय और दया का महत्व : अमीर आदमी ने अपने जीवन में दया और न्याय का पालन नहीं किया, जबकि लाजर ने अपनी कठिनाइयों के बावजूद विश्वास और विनम्रता बनाए रखी। यह दृष्टांत हमें दूसरों की सहायता करने और करुणा दिखाने की शिक्षा देता है।
4. आध्यात्मिक ज्ञान का महत्व : यह दृष्टांत बताता है कि ईश्वर ने मानव जाति को पर्याप्त मार्गदर्शन दिया है। यदि कोई इसे स्वीकार नहीं करता, तो और चमत्कार भी उसे ईश्वर पर विश्वास करने के लिए प्रेरित नहीं करेंगे।
निष्कर्ष
अमीर आदमी और लाजर का दृष्टांत एक गहरा संदेश देता है कि जीवन में हमारे कार्य, सोच और विश्वासों का मृत्यु के बाद हमारे भाग्य पर प्रभाव पड़ता है। यह हमें आत्मा की सच्ची समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने और ईश्वर की इच्छा के अनुसार जीने के लिए प्रेरित करता है। सांसारिक संपत्ति का मोह छोड़कर हमें दया, करुणा और विश्वास के मार्ग पर चलना चाहिए।
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