फ्रेंड्स, इस पोस्ट में हम मुल्ला नसरुद्दीन की मज़ेदार कहानी “फ़क़ीर का बचाव” (Rescuing The Fakir Mulla Nasruddin Story In Hindi) शेयर कर रहे हैं. एक फ़क़ीर तालाब में गिर जाता है. मुल्ला नसरुद्दीन कैसे उसकी जान बचाता है, यही इस कहानी में बताया गया है. पढ़िए मुल्ला नसरुद्दीन का ये मज़ेदार किस्सा :
Rescuing The Fakir Mulla Nasruddin Story In Hindi
Table of Contents
पढ़ें मुल्ला नसरुद्दीन की संपूर्ण कहानियों का संग्रह
मुल्ला नसरुद्दीन के गाँव की मस्ज़िद एक तालाब के किनारे स्थित थी. इबादत के लिए आने वाले लोग पहले तालाब में अपने पांव धोते, फिर मस्ज़िद में घुसते थे.
एक दिन एक फ़क़ीर मस्ज़िद आया और तालाब में पांव धोने गया. वहाँ अचानक उसका पांव फिसला और वह तालाब में गिर पड़ा. तैरना न जानने के कारण वह डूबने लगा.
बचने के लिए वह अपने हाथ-पांव मारने लगा और चिल्लाने लगा, “बचाओ…बचाओ….मेरी मदद करो. मैं डूब रहा हूँ.”
उसकी पुकार सुनकर मस्ज़िद में आये लोगों में से कुछ लोग तालाब की ओर भागे और उसे बचाने के लिए हाथ बढ़ाकर कहने लगे, “हम तुम्हारी मदद के लिए आयें हैं. अपना हाथ दो. हम तुम्हें बाहर खींच लेंगे.”
इधर लोग फ़क़ीर को उसका हाथ देने के लिए कहते रहे और फ़कीर था कि उनकी बात पर ध्यान न देकर बस चिल्ला रहा था.
पढ़ें : अकबर बीरबल के १० मज़ेदार चुटकुले
मुल्ला नसरूद्दीन भी उस दिन मस्ज़िद में मौज़ूद था. उसने तालाब के किनारे भीड़ देखी, तो वह भी वहाँ चला आया. फ़कीर को डूबता देख उसने भी हाथ बढ़ाया और बोला, “मेरा हाथ लो और बाहर आ जाओ.”
फ़क़ीर ने झट से मुल्ला का हाथ पकड़ लिया और मुल्ला ने उसे बाहर खींच लिया.
वहाँ मौज़ूद लोग हैरान थे. वे मुल्ला से पूछने लगे, “हमने भी फ़क़ीर की ओर हाथ बढ़ाया था, लेकिन उसने हाथ बढ़ाकर हमारा हाथ नहीं पकड़ा. लेकिन तुम्हारा हाथ झट से पकड़ लिया. ऐसा क्या कहा तुमने?”
मुल्ला बोला, “तुम लोगों ने इससे कहा था ‘अपना हाथ दो’, इसलिए इसने अपना हाथ नहीं दिया था. लेकिन, मैं कहा था ‘मेरा हाथ लो’, इसलिए इसने झट से मेरा हाथ पकड़ लिया. एक बात हमेशा याद रखना कि फ़क़ीर बस लेना जानते हैं, देना नहीं.”
दोस्तों, आशा है आपको ये “Rescuing The Fakir Mulla Nasruddin Story In Hindi“ पसंद आयी होगी. आप इसे Like कर सकते हैं और अपने Friends के साथ Share भी कर सकते हैं. मज़ेदार “Mulla Nasruddin Ki Kahani” पढ़ने के लिए हमें Subscribe ज़रूर कीजिये. Thanks.
Read More Mulla Masruddin Story In Hindi
आलसी की दावत : मुल्ला नसरुद्दीन का किस्सा