फ्रेंड्स, इस पोस्ट में हम शेख चिल्ली और चोर की कहानी (Shekh Chilli And Thief Story In Hindi) शेयर कर रहे हैं. शेख चिल्ली के गाँव में उत्पात मचा रहा चोर जब शेख चिल्ली के घर चोरी करने जाता है, तब क्या होता है? यही इस कहानी में बताया गया है. पढ़िये शेख चिल्ली का ये मज़ेदार किस्सा (Shekh Chilli Aur Chor Ki Kahani)
Shekh Chilli And Thief Story In Hindi
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पढ़े शेखचिल्ली की संपूर्ण कहानियाँ
शेख चिल्ली के गाँव में चोरी की घटनाएं बढ़ गई थी. रोज़ाना किसी न किसी के घर चोरी हो रही थी और चोर पकड़ा नहीं जा रहा था. गाँव वाले परेशान थे, साथ ही डरे हुए भी.
लेकिन शेख चिल्ली बेफ़िक्र था, क्योंकि उसके पास चुराने लायक कुछ था ही नहीं. उसने जो कमाया भी था, अपनी बेवकूफ़ी के चलते लुटा दिया था.
एक रात उसे नींद नहीं आ रही थी. वह अपने घर की छत पर टहलने के लिए चला गया. टहलते-टहलते वह अपने अब्बा को याद करने लगा और अपने बचपन की यादों में खो गया कि कैसे वह अपने अब्बा के साथ पतंग उड़ाया करता था.
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बचपन की यादों में खोये-खोये उसे पता ही नहीं चला कि कब वह छत के किनारे आ गया, कब उसका पैर फिसला और कब वह धड़ाम से नीचे जा गिरा.
उसके नीचे गिरते ही किसी के ज़ोर से चीखने की आवाज़ आई. हुआ ये है कि उसी समय एक चोर उसके घर चोरी के इरादे से घुसा था और शेख चिल्ली उसी चोर के ऊपर की जा गिरा था. दर्द के मारे चोर की चीख निकल गई थी.
चीख सुनकर पड़ोसी जाग गए और भागते हुए शेख चिल्ली के घर पहुँचे. देखते क्या हैं कि शेख चिल्ली एक आदमी के ऊपर चढ़ा हुआ है. जब उन्हें पता चला कि वह आदमी चोर है, तो उसकी ख़ूब मरम्मत कर जेल में डलवा दिया गया.
शेख चिल्ली की बहादुरी की पूरे गाँव में तारीफ़ होने लगी कि कैसे छत से कूदकर उसने चोर को पकड़ लिया. राजा के द्वारा उसे ईनाम भी दिया गया. इधर शेख चिल्ली को कभी समझ ही नहीं आया कि आखिर उसने ऐसी क्या बहादुरी दिखाई कि चोर पकड़ा गया.
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