अंधा दैत्य परी कथा | The Blinded Giant Fairy Tale Story In Hindi
“द ब्लाइंडेड जायंट” (The Blinded Giant) एक प्रसिद्ध परी-कथा है, जिसे जैकब और विल्हेम ग्रिम (ग्रिम ब्रदर्स) ने अपने लोककथाओं के संग्रह में संकलित किया था। यह कहानी हमें बुद्धिमानी, साहस और चतुराई से बड़ी से बड़ी कठिनाइयों को हराने की सीख देती है। यह एक गरीब युवक की कहानी है, जो एक भयंकर दैत्य (जायंट) को पराजित करता है और अपनी चतुराई से खुद को बचाने में सफल होता है।
The Blinded Giant Fairy Tale Story In Hindi
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बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव के पास घने जंगल में एक विशाल गुफा थी, जहाँ एक भयानक विशालकाय (जायंट) रहता था। वह इतना बड़ा और शक्तिशाली था कि जब वह चलता, तो ज़मीन काँपने लगती। गाँव के लोग उससे बहुत डरते थे क्योंकि वह अक्सर गाँव में आकर मवेशियों और लोगों को उठा ले जाता था।
इसी गाँव में एक निर्धन किसान का बेटा रहता था, जो बहुत ही बुद्धिमान और साहसी था। वह जानता था कि अगर उसे और गाँव के लोगों को इस दैत्य से मुक्ति पानी है, तो उसे अपनी चतुराई से काम लेना होगा।
एक दिन युवक ने फैसला किया कि वह जायंट की गुफा में जाकर उसकी कमजोरी का पता लगाएगा। उसने अपने साथ कुछ भोजन और एक तेज चाकू लिया और विशालकाय की गुफा की ओर चल पड़ा। गुफा के पास पहुँचकर उसने देखा कि जायंट अपने बड़े पत्थर के सिंहासन पर बैठा है और उसके आसपास हड्डियों का ढेर लगा हुआ है।
युवक ने डर को काबू में रखते हुए गुफा के अंदर प्रवेश किया और धीरे से जायंट से कहा, “हे महान जायंट! मैंने आपकी महानता के बारे में सुना है और मैं आपकी सेवा करने आया हूँ।”
जायंट ने युवक को देखा और अपनी भारी-भरकम आवाज़ में कहा, “तुम बहुत छोटे हो, लेकिन अगर तुम मेरी सेवा करना चाहते हो, तो मैं तुम्हें छोड़ सकता हूँ। लेकिन याद रहे, अगर तुमने कोई चालाकी दिखाई, तो मैं तुम्हें खा जाऊँगा!”
युवक ने विनम्रता से सिर झुकाया और जायंट की सेवा में लग गया। वह उसे खाना बनाकर देता, उसकी गुफा साफ करता और उसके भारी हथियारों की देखभाल करता। लेकिन इस बीच, वह जायंट की आदतों को ध्यान से देख रहा था और उसकी कमजोरियों को समझने की कोशिश कर रहा था।
कुछ दिनों बाद युवक को एहसास हुआ कि जायंट की सबसे बड़ी कमजोरी उसकी आँखें हैं। वह दिन में बहुत अच्छा देख सकता था, लेकिन रात में उसकी दृष्टि धुंधली हो जाती थी। युवक ने एक योजना बनाई।
एक रात जब जायंट गहरी नींद में था, युवक ने आग में से जलती हुई लकड़ी निकाली और धीरे-धीरे जायंट की आँखों की ओर बढ़ाई। अचानक, उसने जलती लकड़ी को जायंट की दोनों आँखों में घुसेड़ दिया। विशालकाय दर्द से चीखने लगा और इधर-उधर भागने लगा, लेकिन अब वह पूरी तरह अंधा हो चुका था।
हालाँकि जायंट अब अंधा हो चुका था, लेकिन वह अभी भी बहुत ताकतवर था। उसने गुफा के द्वार पर अपना विशाल हाथ रख दिया ताकि युवक भाग न सके। लेकिन युवक ने अपनी बुद्धिमानी का परिचय दिया।
उसने अपने कपड़े उतारे और उन्हें एक बकरी पर डाल दिया, जिससे जायंट को लगे कि वह भागने की कोशिश कर रहा है। जब बकरी निकली, जायंट ने सोचा कि युवक भाग रहा है और उसने बकरी को पकड़ लिया। इस बीच, युवक चुपचाप दूसरी तरफ से गुफा से बाहर निकल गया और दौड़ते हुए गाँव की ओर चला गया।
गाँव पहुँचकर युवक ने सभी लोगों को इस घटना के बारे में बताया। वे बहुत खुश हुए और सबने मिलकर उस गुफा की ओर पत्थर और लकड़ियाँ फेंकना शुरू किया, जिससे जायंट हमेशा के लिए उसी गुफा में बंद हो गया।
कुछ दिनों बाद, जब गाँव के लोगों ने गुफा के पास जाकर देखा, तो जायंट भूख से मर चुका था। गाँववाले बहुत खुश हुए और उन्होंने युवक को अपने गाँव का सबसे बुद्धिमान और वीर व्यक्ति मानकर उसका सम्मान किया।
सीख:
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि बल से अधिक बुद्धि की शक्ति होती है। एक छोटा और कमजोर व्यक्ति भी अपनी चतुराई और साहस से बड़े से बड़े शत्रु को हरा सकता है। इस कहानी में युवक ने सीधे लड़ने के बजाय चालाकी से जायंट को पराजित किया, जिससे हमें यह भी सीख मिलती है कि मुश्किल परिस्थितियों में धैर्य और समझदारी से काम लेना चाहिए।