हँसने वाली मछली कश्मीर की लोक कथा | The Laughing Fish Kashmir Folk Tale In Hindi

हँसने वाली मछली कश्मीर की लोक कथा (The Laughing Fish Kashmir Folk Tale In Hindi) इस पोस्ट में शेयर की जा रही है। पढ़िए Hansne Wali Machchhli Kashmir Ki Lok Katha

हँसने वाली मछली कश्मीर की एक प्रसिद्ध लोक कथा है। यह कहानी लोक मान्यताओं और रहस्यमयी घटनाओं से भरी हुई है। यह कथा कुछ इस प्रकार है:

The Laughing Fish Kashmir Folk Tale In Hindi

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The Laughing Fish Kashmir Folk Tale In Hindi

कश्मीर के एक गाँव में एक गरीब मछुआरा रहता था, जिसका नाम नूर था। नूर अपनी पत्नी और छोटे बच्चों के साथ झील के किनारे एक छोटी सी झोंपड़ी में रहता था। नूर का जीवन कठिनाईयों से भरा हुआ था और वह बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का पेट पाल पाता था।

एक दिन नूर अपनी नाव लेकर झील में मछलियाँ पकड़ने गया। काफी समय तक उसने कुछ नहीं पकड़ा और वह निराश हो गया। लेकिन तभी उसकी जाल में एक बड़ी, चमकीली मछली फँस गई। वह मछली बहुत सुंदर थी और उसकी आँखें मानो हँस रही हों।

नूर उस मछली को घर ले आया और अपनी पत्नी को दिखाया। उसकी पत्नी ने कहा, “इस मछली को हम बेच सकते हैं और कुछ पैसे कमा सकते हैं।” लेकिन जब नूर ने मछली को मारा, तो मछली ने एक अजीब सी आवाज निकाली, जैसे वह हँस रही हो। यह देखकर नूर और उसकी पत्नी डर गए।

उन्होंने सोचा कि यह कोई जादुई मछली है और उसे वापस झील में छोड़ दिया। मछली ने जाते हुए कहा, “तुमने मुझे जीवनदान दिया है, इसलिए तुम्हें इसका फल मिलेगा।” अगले दिन नूर जब झील में मछलियाँ पकड़ने गया, तो उसकी जाल मछलियों से भर गई और उसके जीवन में समृद्धि आ गई।

इस घटना के बाद नूर और उसका परिवार खुशहाल हो गया और उन्होंने कभी किसी मछली को नुकसान नहीं पहुँचाया। यह कहानी हमें सिखाती है कि दया और करुणा हमेशा फलदायी होती है और जीवन में अच्छाई का महत्व सबसे अधिक है।

सीख

कश्मीर की यह लोक कथा रहस्यमयी घटनाओं और नैतिक शिक्षाओं से भरी हुई है, जो हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।

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