DOMS IPO : जानिए DOMS की सफलता की कहानी | DOMS Success Story In Hindi 

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DOMS Success Story In Hindi 

बड़ी बड़ी विदेशी स्टेशनरी कंपनी के बीच 1975 में एक छोटी से पेंसिल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी शुरू हुई और विदेशी कंपनियों के मार्केट में दबदबे के बावजूद अपने साढ़े हुए कदम बढ़ाती हुई आज देश की सबसे बड़ी स्टेशनरी कंपनी में शामिल है। यह कंपनी है – DOMS इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (DIL),  , जो स्कूल स्टेशनरी, आर्ट मैटेरियल, पेपर स्टेशनरी और ऑफिस स्टेंशनरी और फाइन आर्ट प्रोडक्ट निर्माण और विक्रय करती है। 

DOMS इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (DIL), भारत की प्रमुख स्टेशनरी उत्पादक कंपनी है। इसका मुख्यालय वलसाड (गुजरात) में स्थित है। DOMS वर्तमान में Fila Group के साथ साझेदारी में है, जो एक अंतरराष्ट्रीय इटैलियन कंपनी है। लकड़ी की पेंसिल, रंगीन और पॉलिमर पेंसिल, गणितीय और ड्राइंग उपकरण, मोम क्रेयॉन और तेल पेस्टल, स्टेशनरी किट और कॉम्बो, ऑफिस स्टेशनरी, क्राफ्ट स्टेशनरी इत्याद उत्पाद DOMS कंपनी द्वारा बनाए और विक्रय किए जाते हैं। 

DOMS की स्थापना 

वर्ष 1976 में गुजरात में रसिकलाल अमृतलाल रवेशिया और मनसुखलाल जमनादास राजानी द्वारा एक साझेदारी फर्म R.R. इंडस्ट्रीज की स्थापना की गई, जो एक छोटी सी पेंसिल निर्माण कंपनी थी। यही कंपनी आगे जाकर DOMS कहलाई, जब वर्ष 2005 में कंपनी का प्रमुख ब्रांड DOMS लॉन्च किया। 

वर्ष 2002 में रसिकलाल अमृतलाल रवेशिया की मृत्यु के बाद उनके पुत्र संतोष रवेशिया द्वारा कंपनी की बागडोर अपने हाथ में ली गई। उस समय वे महज 24 वर्ष के थे। संतोष रवेशिया वर्तमान में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उनके द्वारा महज तीन प्रॉडक्ट्स पेंसिल, रबर और शार्पनर के साथ अपना ब्रांड DOMS लॉन्च किया गया। उन्होंने पिता की नसीहत को याद रखकर सबसे मुश्किल मार्केट से शुरुवात की और साउथ में कर्नाटक के स्टेशनरी बाज़ार में अपने प्रोडक्ट्स उतारे, जहां पहले से ही विदेशी स्टेशनरी का बोलबाला था। 

लेकिन धीरे धीरे DOMS ने ग्राहकों का विश्वास हासिल किया और साउथ के मार्केट में अपनी पकड़ बना ली। साउथ में पकड़ बनाने के बाद उन्होंने उत्तर और पश्चिम भारत में अपने प्रोडक्ट्स का प्रसार किया, जो आज की तारीख में उनका सबसे बड़ा मार्केट हैं। 

DOMS का मार्केट शेयर

DOMS का उत्तर भारत में मार्केट शेयर 35% और पश्चिम भारत में 25% है। पूर्व और दक्षिण भारत में 20% – 20% का मार्केट शेयर DOMS के पास है। वर्तमान में DOMS भारतीय स्टेशनरी मार्केट में मजबूती से खड़ा है। आज इसके 4,500 से अधिक चैनल पार्टनर्स और 10,000 से अधिक रिटेल पॉइंट्स हैं।

DOMS की Fila Group से साझेदारी

DOMS ने वर्ष 2012 में Fila Group से पार्टनरशिप की, जो एक अंतरराष्ट्रीय इटैलियन कंपनी है। Fila Group से साझेदारी के बाद DOMS के प्रॉडक्ट्स को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जगह मिली, साथ ही उसे रिसर्च और डेवलपमेंट में भी काफ़ी सहायता प्राप्त हुई। उसके बाद यह ब्रांड पिछले एक दशक से देशभर में अपना उपस्थिति दर्ज करवाता आ रहा और 2013 से अब तक 20 प्रतिशत से अधिक CAGR के साथ विकसित हो रहा है। 

DOMS Revenue 2023

Covid – 19 के बुरे दौर के बाद वर्ष 2023 में DOMS ने 60% की ग्रोथ के साथ ₹1000 करोड़ का रेवेन्यू जेनरेट कर पने प्रतियोगी स्टेशनरी ब्रांड Hindustan Pencils और Camlin Kokuyu की नींद उड़ा दी। 

Hindustan Pencils ने जहां Covid – 19 के बाद अपने आंकड़े जारी नहीं किए, वहीं Camlin के वर्ष 2022 में अपना रेवेन्यू ₹548 करोड़ बताया, जो DOMS के वर्ष 2022 के रेवेन्यू ₹600 करोड़ से कहीं कम था। इस तरह आज DOMS भारतीय स्टेशनरी मार्केट में सबसे बड़े खिलाड़ी के रूप में उभर को आया।

DOMS IPO 2023

अब दिसंबर 2023 को DOMS का IPO भी बाजार में आ चुका है। इस IPO द्वारा कंपनी का टारगेट ₹1200 करोड़ की फंड जुटाने का है। 

एक छोटी से पेंसिल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के तौर पर शुरू हुई DOMS आज ₹4000 करोड़ की कंपनी हैं। इसके प्रोडक्ट्स 50 से भी अधिक देशों में सप्लाई किए जाते हैं। भारत में DOMS 15 से ज्यादा प्रोडक्शन फैसिलिटीज चलाती है। 

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