राहगीर और बटुआ की कहानी | Travellers And The Purse Story In Hindi

राहगीर और बटुआ की कहानी, The Travelers And The Purse Story In Hindi, Yatri Aur Batua Ki Kahani इस पोस्ट में शेयर की जा रही है। दो व्यक्तियों को रास्ते में पड़ा बटुआ मिला और बटुए पर अधिकार को लेकर उनमें झगड़ा हो गया। आखिर बटुआ किसका हुआ? जानने के लिए पढ़िए : 

The Travelers And The Purse Story In Hindi

The Travelers And The Purse Story In Hindi

>

दो व्यक्ति एक साथ परदेश की यात्रा पर निकले। दोनों एक रास्ते से गुजर रहे थे कि रास्ते में उन्हें एक बटुआ पड़ा मिला। एक व्यक्ति ने बटुआ उठा लिया। बटुआ भारी था। भार के द्वारा अंदाजा लगाते हुए वह व्यक्ति बोला –

“मैं कितना खुशनसीब हूं कि मुझे रास्ते में ये बटुआ पड़ा मिला। इसके वजन से लग रहा है कि इसमें काफी पैसे होंगे।”

ये सुनकर दूसरा व्यक्ति तुनक कर बोला, “तुम अकेले कैसे खुशनसीब हुए। मैं भी तुम्हारे साथ हूं। हम साथ यात्रा पर निकले हैं। यात्रा के दौरान हमें जो भी वस्तु मिले, अच्छी या बुरी, उस पर हम दोनों का अधिकार है। इसलिए इस बटुए पर हम दोनों का अधिकार है।”

पढ़ें : राहगीर और बाघ की कहानी 

“बिल्कुल नहीं! इस बटुए को मैंने उठाया है और इसलिए इसमें जो भी है, उस पर सिर्फ और सिर्फ मेरा अधिकार है।” पहले व्यक्ति ने कहा।

दोनों में बहस होने लगी। तभी अचानक उन्हें कुछ लोगों की आवाज सुनाई पड़ी।

“वो रहा मेरा बटुआ। वहीं है चोर, जो मेरा बटुआ लेकर भाग रहे है।” 

पढ़ें : मूर्ख ज्योतिषी की कहानी

दोनों ने पलटकर देखा। लट्ठ पकड़े लोगों की भीड़ उनकी तरफ आ रही थी। उन्हें देखकर पहला व्यक्ति डर गया और कहने लगा –

“अगर ये लोग हम तक पहुंच गए, तो बटुआ चुराने का इल्ज़ाम डालकर हम दोनों की पिटाई करेंगे और हमारा बटुआ छीन लेंगे। अब हम क्या करे।”

ये सुनकर दूसरा व्यक्ति बोला, “हमारा नहीं तुम्हारा बटुआ। भूल गए, अभी तो तुम कह रहे कि ये बटुआ तुमने उठाया है और इस पर सिर्फ तुम्हारा अधिकार है। इसलिए अब तुम ही भुगतो।”

ये कहकर वह व्यक्ति वहां से भाग गया। लट्ठ पकड़े लोगों ने आकर पहले व्यक्ति से बटुआ छीन लिया और उसकी धुनाई भी की।

सीख (The Travelers And The Purse Story In Hindi Moral)

यदि हम किसी से अच्छे वक्त में कन्नी काटते हैं, तो बुरे वक्त में उससे किसी भी प्रकार की आशा नहीं रखनी चाहिए।

आशा है आपको  The Travelers And The Purse Story In Hindi पसंद आई होगी। ऐसी ही Hindi Moral Stories पढ़ने के लिए हमें subscribe अवश्य करें। धन्यवाद!

Read More Hindi Stories 

दो दोस्त और भालू की कहानी

राजा और साधु की कहानी

कुत्ता जो विदेश चला गया पंचतंत्र की कहानी

Leave a Comment