फ्रेंड्स, इस पोस्ट में हम अकबर बीरबल की कहानी “थोड़ा बहुत” (Thoda Bahut Akbar Birbal Ki Kahani) शेयर कर रहे हैं. बादशाह अकबर ने बीरबल की पुत्री की बहुत तारीफ़ें सुनी थी. एक बार बीरबल अपनी पुत्री को उनसे मिलवाता है, तब अकबर उससे चंद सवाल पूछते हैं. क्या बीरबल की पुत्री उन सवालों का जवाब दे पाती है? जानने के लिए पढ़िए अकबर बीरबल का ये किस्सा :
Thoda Bahut Akbar Birbal Ki Kahani
Table of Contents
पढ़ें : अकबर बीरबल की संपूर्ण कहानियाँ
बीरबल की पाँच वर्ष की पुत्री बादशाह अकबर का दरबार देखना चाहती थी. उसकी इच्छा पूरी करने एक दिन बीरबल उसे दरबार ले गया और बादशाह अकबर से मिलवाया.
अकबर बीरबल की पुत्री से मिलकर बहुत ख़ुश हुए. उन्होंने उससे हँसकर पूछा, “थोड़ी-बहुत बात करना जानती हो.”
बीरबल की पुत्री ने उत्तर दिया, “थोड़ी बहुत कर लेती हूँ.”
फ़िर बातों का सिलसिला बढ़ाने के लिए अकबर ने पूछा, “बेटी, थोड़ी-बहुत का क्या मतलब है?”
बीरबल की पुत्री ने बादशाह अकबर को एक दफ़ा देखा और अपने गर्दन नीची कर ली. फिर अपने पास बैठे एक बच्चे को गोद में लेकर प्यार करने लगी.
अकबर ने सोचा कि शायद वह इस बात का जवाब नहीं दे पा रही है. वह बीरबल से बोले, “बीरबल, क्या तुम अपनी इसी बेटी की तारीफ़ करते हो?”
पढ़ें : तेनालीराम की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ
बीरबल समझ गया कि अकबर को लड़की का संकेत समझ नहीं आया है.
वह उन्हें समझाते हुए बोला, “इसने आपके प्रश्न का उत्तर दे दिया है?”
अकबर बोले, “कैसे?”
तब बीरबल बोला, “इसने पहले आपकी ओर देखा, फ़िर गर्दन नीची कर ली. इसका अर्थ है कि आप उम्र में बड़े हैं और हमारे बादशाह हैं. आपके सामने तो मैं थोड़ी ही बातें करूंगी. उसके बाद इसने एक छोटे बच्चे को गोद में लेकर प्यार किया. इसका अर्थ है कि ये मुझसे उम्र में छोटा है. इससे मैं बहुत बातें करूंगी. इसने संकेत में आपको उत्तर दे दिया था.”
लड़की की बुद्धिमत्ता देखा अकबर बहुत ख़ुश हुए और उसकी ख़ूब तारीफ़ की.
दोस्तों, आशा है आपको ये “Thoda Bahut Akbar Birbal Ki Kahani“ पसंद आयी होगी. आप इसे Like कर सकते हैं और अपने Friends के साथ Share भी कर सकते हैं. मज़ेदार “Akbar Birbal Ki Kahani” पढ़ने के लिए हमें Subscribe ज़रूर कीजिये. Thanks.
Read More Akbar Birbal Stories In Hindi :
- अकबर की पहेली : अकबर बीरबल
- दरबारियों की परीक्षा : अकबर बीरबल
- बीरबल का न्याय : अकबर बीरबल
- भारी बोझ : अकबर बीरबल
- तिनके का सहारा : अकबर बीरबल
- और क्या कढ़ी : अकबर बीरबल
- अधर महल : अकबर बीरबल