एकता में बल है : ३ शिक्षाप्रद कहानियाँ | Unity Is Strength Story In Hindi

Unity Is Strength Story In Hindi With Moral : Friends,  आज इस लेख में हम आपके साथ एकता में निहित बल के महत्त्व को बतलाती ३ कहानियाँ शेयर कर रहे हैं. पढ़िए  Moral Story On Unity Is Strength Story In Hindi :

3 Best Unity Story In Hindi

Unity Is Strength Story In Hindi
Unity Is Strength Story In Hindi | Unity Is Strength Story In Hindi

Unity Is Strength Story 1# लकड़ी का गट्ठर 

Bundle Of Stick Story In Hindi  : एक समय की बात है. एक गाँव में एक बूढ़ा व्यक्ति रहता था. उसके चार पुत्र  थे. चारों पुत्र परिश्रमी थे. लेकिन हर समय आपस लड़ते-झगड़ते रहते थे. गाँव के लोग उनकी परिश्रम की प्रशंषा करते नहीं थकते थे, किंतु उनकी लड़ाईयों का मज़ाक उड़ाया करते थे. बूढ़े आदमी ने उन्हें मिलजुल कर रहने के लिए बहुत समझाया, किंतु वे नहीं माने और आपस में यूं ही झगड़ते रहे.

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समय बीतता गया. एक बार बूढ़ा व्यक्ति बहुत बीमार पड़ गया. उसे लगने लगा कि उसका अंत समय निकट है. वह अपने पुत्रों को लेकर चिंतित थे. वह किसी तरह उनकी आपस की फूट को एकता में बदलना चाहता था. इसके लिए एक उपाय सोचा और चारों पुत्रों को अपने पास बुलाया.

चारों पुत्र बूढ़े व्यक्ति के पास आये. बूढ़े व्यक्ति ने उन्हें १० लकड़ियों का एक गट्ठर देकर कहा कि इस गट्ठर की लकड़ियों को अलग-अलग करों और सबको दो भागों में तोड़ दो. जो पहले सारी लकड़ियाँ तोड़ देगा, वह मुझसे ईनाम पायेगा.

चारों पुत्र ने लकड़ी का गट्ठर लिया और उनमें से लकड़ियाँ अलग कर तोड़ने लगे. कुछ ही मिनटों में उन्होंने सारी लकड़ियाँ तोड़ दी और एक-दूसरे से इस बात पर लड़ने लगे कि किसने यह काम सबसे पहले किया है?

बूढ़े व्यक्ति ने उन्हें शांत किया और बोला, “अभी खेल ख़त्म नहीं हुआ है. बा मैं तुमको १० लकड़ियों का एक-एक गट्ठर और दे रहा हूँ. इस बार तुम्हें उससे में से लकड़ियाँ अलग-अलग कर नहीं तोड़ना है, बल्कि पूरे गट्ठर को तोड़ना है.”

चारों पुत्र मान गए और लकड़ियों का गट्ठर लेकर उसे तोड़ने लगे. लेकिन बहुत प्रयासों के बाद भी उसे तोड़ नहीं पाए. अतंतः अपने हाथ खड़े करते हुए वे बोले, “पिताजी! लकड़ियों के इस गट्ठर को तोड़ना हमारे बस के बाहर है. एक साथ ये तोड़ी नहीं जा सकती.”

पुत्रों की बात सुनकर पिता उन्हें समझाते हुए बोला, “सही कहा. जहाँ एक लकड़ी को तोड़ना तो बहुत आसान है, लेकिन उनसे बने गट्ठर को तोड़ना बहुत मुश्किल. इसका अर्थ समझे? यदि तुममें एकता नहीं है, तो तुम्हें कोई भी आसानी से हरा सकता है और नुकसान पहुँचा सकता है. लेकिन यदि तुममें एकता है, तो कोई भी तुम्हारा बाल बांका नहीं कर सकता. इसलिए कहता हूँ कि एक-दूसरे के साथ लड़ो नहीं, बल्कि मिल-जुलकर रहो.”

चारों पुत्रों की एकता की शक्ति का ज्ञान हो गया. उन्होंने अपने पिता को वचन दिया कि अब वे सदा मिलजुल कर रहेंगे.

सीख – एकता में बल है. 


Unity Is Strength Story 2# राजा का प्रश्न 

King’s Question Moral Story In Hindi : बहुत साल पहले एक विशाल और समृद्ध साम्राज्य में एक राजा का शासन था. उसके राज्य में शांति और समृद्धि व्याप्त थी. उसके सभी मंत्री विद्वान और कर्मठ थे. राजा का मुख्यमंत्री सबसे अधिक विद्वान था. हर विषय पर राजा उसका परामर्श लिया करता था.

एक दिन राजा के मन में एक प्रश्न आया. वह प्रश्न था : “दुनिया में किस चीज़ में सबसे ज्यादा शक्ति है?”

प्रश्न पर बहुत देर तक विचार करने के बाद भी राजा को इसका कोई  उत्तर समझ नहीं आया. अंततः उसने मुख्यमंत्री को बुलाकर उसके समक्ष यह प्रश्न रखा.

मुख्यमंत्री ने ध्यानपूर्वक प्रश्न सुना और उत्तर दिया, “महाराज! दुनिया में सबसे ज्यादा शक्ति एकता में है.”

अपनी बात समझाने के लिए उसने राजा को एक कहानी सुनाई. कहानी इस प्रकार है :

खेत किनारे स्थित एक पेड़ की खोह में काला कोबरा रहता था. वह बहुत विषैला था. आसपास रहने वाले जीवों में सदा उसका भय व्याप्त था. वह जब-तब उन्हें अपना मारकर खा जाया करता था. उस पेड़ की खोह के पास की जमीन पर दीमकों ने अपना घर बनाया हुआ था. जब भी दीमक वहाँ से बाहर निकलते, कोबरा उन पर हमला कर उनमें से कुछ दीमक खा लेता. इसी तरह दिन गुजर रहे थे.

एक दिन कोबरा ने दीमक के घर के भीतर जाने का विचार किया, ताकि वह अधिक दीमक खा सके. दीमक के घर का छेद छोटा था और कोबरा का शरीर उसके मुकाबले बहुत बड़ा था. छेद में घुसते समय कोबरा घायल हो गया. जब दीमकों ने उसे अपने घर में घुसते हुए देखा, तो मिलकर उस पर हमला कर दिया और उसे काटने लगे. कोबरा किसी तरह वहाँ से निकलकर भागने में सफ़ल रहा और खेत के दूसरी ओर चला गया.

वहाँ चींटियों का घर बना हुआ था. उस समय चींटियाँ अपना भोजन एकत्रित करने छेद के बाहर थी. कोबरा ने उनमें से कुछ को खा लिया. जब दूसरी चीटियों ने कोबरा को अपनी साथी चीटियों को खाते देखा, तो उस पर हमला करने का फैसला किया. सारी चींटियाँ एकजुट हुई और पहले से ही घायल कोबरा के शरीर को काटने लगी. कोबरा एकजुट चींटियों का मुकाबला नहीं कर पाया और उनके द्वारा मारा गया.

मुख्यमंत्री के द्वारा सुनाई गई इस कहानी से राजा को एकता की शक्ति का महत्त्व समझ में आया. मुख्यमंत्री ने राजा से कहा, “महाराज, महान देश वह है, जहाँ की प्रजा मिलजुल कर और एकजुट होकर रहती हैं. यदि प्रजा में वैमनस्व का भाव रहेगा, तो राज्य कभी प्रगति नहीं कर पायेगा. राज्य में व्याप्त फूट शत्रुओं को आक्रमण का अवसर प्रदान करती है और शत्रु ऐसे राज्य को आसानी से परास्त कर देते हैं. इसलिए, अपनी प्रजा को एकजुट रखना राजा का परम कर्तव्य है.”


Unity Is Strength Story 3# कबूतरों की एकता 

Unity Is Strength Pigeon Story In Hindi : एक जंगल में कबूतरों का दल रहता था. प्रतिदिन वह दल अपने मुखिया के नेतृत्व में भोजन की खोज में दूर-दूर तक जाया करता था. एक रोज़ प्रतिदिन की भांति दल के सभी कबूतर भोजन की तलाश में निकले. उड़ते-उड़ते वे बहुत दूर निकल आने पर भी उस दिन उन्हें भोजन नसीब नहीं हुआ. सभी थककर चूर हो चुके थे और भूख से उनका हाल मुहाल था.

ऐसे में, उनके मुखिया ने कुछ युवा कबूतरों को कुछ दूर आगे जाकर भोजन तलाशने को कहा. तब तक दल के अन्य सदस्य एक पेड़ पर आराम करने लगे. युवा कबूतर कुछ देर में लौट आये और मुखिया सहित दल के कबूतरों को बताया कि कुछ ही दूरी पर ज़मीन में अन्न के ढेरों दाने बिखरे हुए हैं. सभी कबूतर उनके साथ हो लिए और उस स्थान पर पहुँचे, जहाँ अन्न के दाने बिखरे थे.

ज़मीन पर बिखरे अन्न के दानों को देखकर कबूतरों की भूख जाग गई और वे दाना चुगने लगे. लेकिन वे इस बात से अनभिज्ञ थे कि बहेलिये ने वहाँ जाल बिछाया हुआ था. वे बहेलिये के जाल में फंस गए. स्वयं को जाल में फंसा पाकर कबूतर भयभीत हो गए. उन्हें अपने प्राणों की चिंता सताने लगी. तब उनके नेता ने उन्हें ढांढस बंधाया और धैर्य से काम लेने को कहा.

उसने समझाया कि इस समय हमें एकजुट होकर इस संकट से निकलने का प्रयास करना चाहिए. यदि हम सभी मिलकर ज़ोर लगायें, तो इस जाल को लेकर उड़ सकते हैं. इस तरह हम बहेलिये के चंगुल से बाहर निकल जायेंगे. सभी कबूतरों ने वैसा ही किया और जाल लेकर उड़ गए. पहाड़ी पर उनका मित्र चूहा रहता था. वे सभी जाल सहित चूहे के पास पहुँचे. चूहे ने जाल काटकर उन्हें स्वतंत्र कर दिया. इस तरह संकट के समय सूझबूझ, धैर्य और एकजुटता से काम लेकर कबूतरों ने अपनी प्राणों की रक्षा की.

सीखविपरीत परिस्थितियों में हिम्मत न हारें. सूझ-बूझ और धैर्य के साथ एकजुट होकर प्रयास करें. एकता की शक्ति से हर संकट से छुटकारा पाया जा सकता है.


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