भगवान पर विश्वास और सब्र की कहानी | The Burning Hut Story In Hindi

दोस्तों, आज हम “The Burning Hut Story In Hindi” शेयर कर रहे हैं। ये Bhagwan Par Vishwas Aur Sabra Ki Kahani है, जो धैर्य के साथ ईश्वर पर विश्वास बनाये रखकर अपना काम करते हुए जीवन में आगे बढ़ने की शिक्षा देती है। 

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The Burning Hut Story In Hindi

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The Burning Hut story in hindi
The Burning Hut Story In Hindi

तूफान में फंसकर एक समुद्री जहाज तहस नहस हो गया। उसमें बैठे सभी यात्री समुद्र में डूबकर मारे गए, बस एक आदमी को छोड़कर। भगवान की कृपा से वह किसी तरह बच गया और बहकर समुद्र के किनारे आ गया।

उसकी बेहोशी टूटी और आँख खुली, तो उसने खुद को एक उजाड़ सुनसान द्वीप में पाया। वह भगवान से प्रार्थना करने लगा – “भगवान! मेरी मदद करो। कोई मदद यहाँ भिजवा दो।”

दिन गुज़र गया, रात हो गई। लेकिन उसके लिए कोई मदद नहीं आई। समुद्र किनारे सोकर उसने रात गुज़ारी। अगले दिन उसने फिर भगवान से मदद के लिए प्रार्थना की, लेकिन कोई मदद नहीं आई। इसी तरह कुछ दिन गुज़र गए।

उजाड़ द्वीप की ज़िंदगी को अपनी किस्मत मानकर आदमी ने कुछ लकड़ियाँ और घास-फूंस इकट्ठा कर अपने लिए एक झोपड़ी बना ली। टूटे जहाज से बहकर आई चीजों में से उसने अपने ज़रूरत की चीजें इकट्ठा करके झोपड़ी में रख ली। उसी झोपड़ी में रहकर वह दिन गुज़ारने लगा।

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एक दिन वह भोजन की तलाश में गया हुआ था। वापस लौटा, तो देखा कि उसकी झोपड़ी में आग लगी हुई है। अपना एकमात्र आसरा उजड़ जाने से वह बहुत दुखी हुआ और आसमान की ओर सिर उठाकर भगवान को कोसने लगा – “भगवान! मैंने तुझसे मदद भेजने के लिए कहा, पर तूने न सुनी। मन मारकर मैंने जीने के लिए यहाँ एक झोपड़ी बनाई, तो तूने वो भी जला दी। मेरा आसरा छीन लिया! तू बड़ा निष्ठुर है।”

रात वह समुद्र के किनारे सोया। सुबह तेज आवाज से उसकी नींद खुल गई। उसने देखा, एक समुद्री जहाज किनारे आ लगा है। वह खुश हो गया कि आखिरकार उसके लिए मदद आ ही गई। 

वह जहाज पर बैठा और जहाज चल पड़ा। उसने जहाज के कप्तान से पूछा, “आपको कैसे पता चला कि मैं यहाँ इस उजाड़ द्वीप में फंसा हूँ।”

” हमें रेस्क्यू के लिए फायर सिग्नल भेजा गया था।”

“पर मैंने तो फायर सिग्नल नहीं भेजा।” आदमी ने कहा।

“लेकिन हम तो फायर सिग्नल देखकर ही आए हैं।” जहाज के कप्तान ने कहा।

तभी आदमी को अपनी जलती हुई झोपड़ी याद आई और वह समझ गया कि भगवान ने उसकी सहायता भेजने की प्रार्थना सुनकर उसकी झोपड़ी जलाकर समुद्री जहाज को उसके इस द्वीप में फंसे होने का संकेत दिया था।

वह भगवान का धन्यवाद करने लगा।

Burning Hut Story Moral Lesson 

दोस्तों, जब हम पर मुसीबत टूटती है, तब हमारा विश्वास डगमगाने लगता है, धैर्य टूटने लगता है, आशा धूमिल होने लगती है और हम भगवान से शिकायत करने लगते हैं। 

जबकि ऐसे समय में आवश्यकता है, भगवान पर विश्वास बनाए रखकर मुसीबत से निकलने का प्रयास करने की। उस आदमी ने झोपड़ी बनाई, तो भगवान ने उसमें आग लगाकर उसे उजाड़ द्वीप से निकलने में मदद की। हमें भी दिल छोटा किए बगैर भगवान पर विश्वास रखकर अपना प्रयास करते रहना चाहिए। हमारा प्रयास और भगवान का आशीर्वाद दोनों मिलकर हमें हर मुसीबत से निकाल लेंगे। 

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